सल्फर (Sulfur) के गुण उपयोग और रोचक जानकारी Sulfur in Hindi - GYAN OR JANKARI

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सोमवार, 22 मार्च 2021

सल्फर (Sulfur) के गुण उपयोग और रोचक जानकारी Sulfur in Hindi

सल्फर (Sulfur) के गुण उपयोग और रोचक जानकारी Sulfur in Hindi 


सल्फर (Sulfur) का परिचय 

सल्फर (Sulfur) का वर्गीकरण अधातु के रूप में किया जाता है, तथा रासायनिक रूप से सल्फर एक तत्व है। सल्फर तीन अलग-अलग स्वरूपों (Allotropes) में पाया जाता है, सल्फर का घनत्व 2.07 ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर होता है। सामान्य तापमान पर सल्फर ठोस अवस्था में पाया जाता है, इसका गलनांक (पिघलने का तापमान) 115.21 डिग्री सेल्सियस (239.38 डिग्री फेरेनाइट) होता है, तथा इसका क्वथनांक (उबलने का तापमान) 444.6 डिग्री सेल्सियस (832.28 डिग्री फेरेनाइट) होता है। इससे अधिक तापमान पर सल्फर गैस अवस्था में पाया जाता है। सल्फर का सिंबल S, परमाणु संख्या 16 और इसका परमाणु भार 32.066 amu होता है। सल्फर के परमाणु में 16 इलेक्ट्रान, 16 प्रोटॉन, 16 न्यूट्रॉन और 3 एनर्जी लेवल होते है, तथा आवर्त सारणी (Periodic Table) में सल्फर, ग्रुप 16, पीरियड 3 और ब्लॉक् P में स्थित होता है।


सल्फर का प्रयोग हजारों सालों से किया जा रहा है, इसलिए इसकी खोज किसने की यह अज्ञात है ।


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Sulfur in Hindi



सल्फर (Sulfur) के गुण 

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Sulfur Properties in Hindi


  • सल्फर पिले रंग का नर्म, गंधरहित, क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ होता है। 
  • सल्फर तीन स्वरूपों (Allotropes) में पाया जाता है, ओर्थोरोम्बिक (Orthorhombic), मोनोक्लिनिक (Monoclinic) तथा अमोर्फोस Amorphous)। ओर्थोरोम्बिक सल्फर का सबसे स्थिर स्वरूप होता है, मोनोक्लिनिक सल्फर 96 डिग्री सेल्सियस से 119 डिग्री सेल्सियस  तापमान के मध्य पाया जाता है तथा ठंडा होने पर यह पुनः ओर्थोरोम्बिक सल्फर में बदल जाता है, पिघले हुए ओर्थोरोम्बिक सल्फर को तुरंत ठंडा करने पर  अमोर्फोस सल्फर बनता है यह नर्म और लोचदार होता है। 
  • सल्फर को जलाने पर नीले रंग की लौ के साथ सल्फर डाई ऑक्साइड गैस निकलती है, जो एक विषैली गैस होती है । 
  • सल्फर को पिघलाने पर यह लाल रंग के तरल में बदल जाता है।
  • सल्फर विधुत का कुचालक होता है। 
  • सल्फर जल में अघुलनशील होता है। 
  • सल्फर, स्वर्ण (Gold) और प्लैटिनम के अलावा सभी मेटल से प्रतिक्रिया कर सकता है और मेटल सल्फाइड बनाता है।  
  • सल्फर अधिकतर तत्वों से प्रतिक्रिया कर सकता है। 


सल्फर (Sulfur) के उपयोग 

  • सल्फर का सबसे अधिक उपयोग सल्फ्यूरिक एसिड (H2SO4) के उत्पादन में किया जाता है। 
  • सल्फर से बनने वाले सल्फ्यूरिक एसिड का उपयोग उर्वरको, रिफाइन आयल तथा लेड-एसिड बैटरी के निर्माण और कई औधोगिक प्रक्रियाओं में किया जाता है।   
  • सल्फर का उपयोग रबर के वल्कनीकरण में किया जाता है। 
  • सल्फर का उपयोग ब्लैक गन-पाउडर, माचिस, पटाखे, कवकनाशी और डिटर्जेंट के निर्माण में किया जाता है।  
  • हाइड्रोजन-सल्फाइड एक ज्वलनशील गैस होती है तथा इसकी बहुत तेज गंध सड़े हुए अंडो की तरह होती है, इसलिए इसे कुछ मात्रा में प्राकृतिक गैस के साथ मिलाया  जाता है, जिससे ज्वलनशील प्राकृतिक गैस के लीकेज होने पर तुरंत इसका पता लगाया जा सके।   
  • कैल्शियम सल्फेट (जिप्सम) का उपयोग सीमेंट और प्लास्टर में किया जाता है। 
  • सल्फर सभी जीवित प्राणियों के लिए आवश्यक होता है, हमारे शरीर में यह प्रोटीन और एंजाइम का एक घटक (Part) होता है, तथा यह हमारे शरीर में वसा निर्माण और मजबूत हड्डियों  आवश्यक होता है। 
  • सल्फर का उपयोग जंकरोधी सीमेंट बनाने में किया जाता है।  


सल्फर (Sulfur) की रोचक जानकारी 

  • सल्फर ब्रम्हांड में दसवाँ सबसे प्रचुर तत्व है। 
  • सल्फर पृथ्वी की पपड़ी में 16 वॉ सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है। 
  • ऐसा माना जाता है की सल्फर के कारण ही पृथ्वी पर शुरूआती जीवन का उत्पन्न होना संभव हो सका था। 
  • सल्फर विषाक्त नहीं होता है, परन्तु सल्फर से बनने वाली कई गैसें अत्यंत विषैली होती है, जैसे हाइड्रोजन-सल्फाइड, सल्फर-डाई ऑक्साइड, कार्बनडाईसल्फाइड आदि। 
  • सल्फर-डाई ऑक्साइड गैस पानी से मिलने पर सल्फ्यूरोस एसिड (Sulfurous Acid) बनता है यह एक कमजोर एसिड होता है, अतः वायुमंडल में सल्फर-डाई ऑक्साइड गैस अम्लीय वर्षा का कारण बनती है। 
  • एक व्यस्क व्यक्ति प्रतिदिन लगभग 1 ग्राम सल्फर प्रोटीन के रूप में लेता है।