सिलिकॉन (Silicon) के गुण उपयोग और रोचक जानकारी Silicon in Hindi - GYAN OR JANKARI

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गुरुवार, 18 मार्च 2021

सिलिकॉन (Silicon) के गुण उपयोग और रोचक जानकारी Silicon in Hindi

 सिलिकॉन (Silicon) के गुण उपयोग और रोचक जानकारी  Silicon in Hindi


सिलिकॉन (Silicon) का परिचय 

सिलिकॉन (Silicon) का वर्गीकरण उपधातु (Metalloid) के रूप में किया जाता है, तथा रासायनिक रूप से  सिलिकॉन एक तत्व है। उपधातु (Metalloid) ऐसे तत्व होते है जो धातु और अधातु दोनों के गुण प्रदर्शित करते है। सिलिकॉन सामान्य तापमान पर ठोस अवस्था में पाया जाता है, इसका गलनांक (पिघलने का तापमान) 1414 डिग्री सेल्सियस (2577 डिग्री फेरेनाइट) होता है, तथा इसका क्वथनांक (उबलने का तापमान) 3265 डिग्री सेल्सियस (5909 डिग्री फेरेनाइट) होता है, इससे अधिक तापमान पर  सिलिकॉन, गैस अवस्था में पाया जाता है। सिलिकॉन का घनत्व 2.329 ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर होता है।  सिलिकॉन का सिंबल Si, परमाणु संख्या 14 और परमाणु भार 28.0855 amu होता है।  सिलिकॉन के परमाणु में 14 इलेक्ट्रान, 14 प्रोटॉन, 14 न्यूट्रॉन और 3 एनर्जी लेवल होते है, तथा आवर्त सारणी (Periodic Table) में  सिलिकॉन, ग्रुप 14, पीरियड 3 और ब्लॉक् (P) में स्थित होता है।

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Silicon in Hindi

  • सिलिकॉन (Silicon) की खोज स्वीडिश केमिस्ट जोन्स जैकब बर्जेलियस (Jons Jacob Berzelius) ने 1824 में की थी। 


सिलिकॉन (Silicon) के गुण 

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Silicon Properties in Hindi

  • सिलिकॉन नीले-ग्रे रंग का धातुई चमक वाला ठोस पदार्थ होता है। 
  • सिलिकॉन दो स्वरूपों (Allotropes) में पाया जाता है, पहला स्वरूप भूरा-काला, क्रिस्टलीय चमकदार ठोस पदार्थ होता है, तथा दूसरे स्वरूप में कोई क्रिस्टलीय संरचना नहीं होती यह भूरे रंग के पाउडर के रूप में पाया जाता है।  
  • सिलिकॉन का रासायनिक व्यवहार इलेक्ट्रोपोसिटिव होता है। 
  • सिलिकॉन रासायनिक व्यवहार में धातुओं के समान होता है। 
  • शुद्ध रूप में सिलिकॉन एक सेमीकंडक्टर / अर्धचालक होता है। सेमीकंडक्टर ऐसे पदार्थ होते है जो नॉन-कंडक्टर जैसे लकड़ी, रबर की तुलना में बेहतर विधुत प्रवाहित करते है, परन्तु तांबा और एलुमिनियम जैसे कंडक्टर्स की तुलना में कम विधुत प्रवाहित करते है।
  • तापमान में वृद्धि के साथ-साथ सिलिकॉन की विधुत सुचालकता भी बढ़ती जाती है। सिलिकॉन का यह गुण इसे इलेक्ट्रॉनिक उधोग के लिए उपयोगी बनता है।  
  • सामान्य तापमान पर सिलिकॉन रासायनिक रूप से लगभग निष्क्रिय होता है, परन्तु उच्च तापमान पर इसकी रासायनिक सक्रियता बहुत अधिक बढ़ जाती है।  
  • सिलिकॉन में विचित्र गुण पाया जाता है, बहुत अधिक ठंडा (Freeze) करने पर, पानी की तरह, सिलिकॉन के आयतन में भी वृद्धि हो जाती है। 



सिलिकॉन (Silicon) के उपयोग

  • सिलिकॉन का सबसे अधिक उपयोग मिश्रधातु बनाने में किया जाता है, सिलिकॉन को एलुमिनियम, लोहे, मैग्नीशियम और ताँबे के साथ मिलकर कई प्रकार की मिश्रधातु बनाई जाती है।
  • अतिशुद्ध सिलिकॉन का उपयोग बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल और कंप्यूटर उद्योग में सेमीकंडक्टर, मिक्रोचिप्स,  ट्रांजिस्टर, रेक्टिफायर तथा सोलर सेल के निर्माण में किया जाता है। 
  • सिलिकॉन का उपयोग सीमेंट और सिरेमिक के उत्पादन में मुख्य घटक के रूप में किया जाता है।
  • सिलिकॉन डाई ऑक्साइड (रेत) (SiO2) का उपयोग कांच और ईंटो के निर्माण में किया जाता है।
  • स्टील उत्पादन के दौरान स्टील से अशुद्धियों को दूर करने के लिए उसमे कुछ मात्रा में सिलिकॉन मिलाया जाता है।
  • स्टील की स्ट्रेंथ (Strength) और मजबूती (Toughness) में सुधार करने के लिए कुछ मात्रा में सिलिकॉन मिलाया जाता है।
  • सिलिकॉन कार्बाइड की कठोरता लगभग हिरे के समान ही होती है, इसका उपयोग अब्रेसिव के रूप में ग्राइंडिंग व्हील और अन्य ग्राइंडिंग उपकरणों के निर्माण में किया जाता है। 
  • सिलिका जैल, सिलिकॉन डाई ऑक्साइड (SiO2) का एक कोलाइडल होता है, इसका उपयोग नमी अवशोषक के रूप में किया जाता है।
  • सोडियम सिलिकेट का उपयोग साबुन और गोंद (Adhesive) के उत्पादन में किया जाता है।
  • सिलिकॉन आयल एक लुब्रीकेंट होता है, इसका उपयोग कुछ कॉस्मेटिक में भी किया जाता है।
  • सिलिकॉन का उपयोग लुब्रिकेंट्स, ग्रीस ,रबर मटीरियल और वाटरप्रूफिंग मटीरियल के निर्माण में किया जाता है।  
  • सिलिकॉन का उपयोग मेडिकल इम्प्लांट्स में भी किया जाता है।  


सिलिकॉन (Silicon) की रोचक जानकारी 

  • सिलिकॉन ब्रम्हांड में सातवाँ सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है। 
  • सिलिकॉन पृथ्वी की पपड़ी में ऑक्सीजन के बाद दूसरा सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है। 
  • सिलिकॉन डाई ऑक्साइड (SiO2) सिलिकॉन का सबसे आम यौगिक है, इसे साधारण रेत के रूप में जाना जाता है। सिलिकॉन डाई ऑक्साइड (SiO2) पृथ्वी की पपड़ी में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला यौगिक है। 
  • कार्बन के साथ रेत  (SiO2) को 2200 डिग्री सेल्सियस से अधिक के तापमान पर गर्म करके शुद्ध सिलिकॉन का उत्पादन किया जाता है।