जायदा मुनाफा देने वाली फसलों की जानकारी
Profitable Crops in Hindi
इसलिए हम आपको कुछ ऐसी फसलों की जानकारी देने जा रहें है जिन्हे लगाकर आप बहुत अच्छी आमदनी कर सकते है।
बांस की खेती / Bamboo Farming
बांस का उपयोग फर्नीचर बनाने में , सजावटी चीजे बनाने में, प्लाईवुड इंडस्ट्री में, अगरबत्ती उद्योग में, बल्ली के रूप में, चाली बनाने में, आइसक्रीम के चम्मच बनाने मे, टूथपिक बनाने में, पेपर मिल उद्योग में, एथनॉल उद्योग में, मैट बनाने में तथा और भी बहुत से उद्योगों में किया जाता है ।
एक बार बांस लगाने पर इससे 40 से 45 साल तक फसल ली जा सकती है। इसलिए बांस लगाने पर हर साल मेहनत करने की भी जरुरत नहीं होती है।
बांस की खेती से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी इंटरनेट और क्षेत्र के कृषि विज्ञानं केंद्र से प्राप्त की जा सकती है।
स्टीविया की खेती / Stevia Farming
स्टीविया का पौधा लगभग 2 फ़ीट तक ऊंचा होता है, इसकी पत्तियों को तोड़कर सुखा लिया जाता है और इन सुखी पत्तियों को बेचा जाता है। स्टीविया का पौधा एक बार लगाने पर इससे लगभग पांच साल तक फसल ली जा सकती है तथा हर 3 से 4 महीने में इसकी पत्तियाँ तोड़ने लायक हो जाती है। इस प्रकार एक बार इसकी फसल लगाने पर एक साल में 3-4 बार और पांच साल में लगभग 15-20 बार इसकी फसल ली जा सकती है।
स्टीविया की खेती करने के लिए किसी कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट किया जाता है वह कंपनी इसके पौधे भी उपलब्ध कराती है और इसकी पत्तियाँ भी खरीद लेती है। स्टीविया की सुखी पत्तियों को ये कम्पनियां 150 से 175 रूपए प्रति किलो के हिसाब से खरीद लेती है जिससे किसान को बहुत अच्छा फायदा हो जाता है। एक एकड़ की स्टीविया की खेती से साल में 5 से 8 लाख रूपए तक कमाए जा सकतें है।
स्टीविया की खेती से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी इंटरनेट और क्षेत्र के कृषि विज्ञानं केंद्र से प्राप्त की जा सकती है।
वनीला की खेती / Vanilla Farming
वनीला एक बेल पौधा होता है, इस पर लम्बी लम्बी फलियां लगती है। वनीला के पौधे लगाने के तीन साल बाद ये फसल देने लगते है, तथा इन पौधो से 12 से 14 साल तक फसल ली जा सकती है। फूल आने से लेकर फलियां पकने तक 9 से 10 महीनों का समय लगता है।
वनीला के पौधो को बीज से या बेल की कटिंग करके लगाया जा सकता है। वनीला के पौधों के लिए छायादार जगह और माध्यम तापमान की जरुरत होती है इसलिए इसे छायादार वृक्षों के निचे या कृतिम छाया करके लगाया जाता है। पेड़ों से छनकर जो रौशनी आती है वह वनीला के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है।
वनीला की खेती से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी इंटरनेट और क्षेत्र के कृषि विज्ञानं केंद्र से प्राप्त की जा सकती है।
स्ट्राबेरी की खेती / Strawberry Farming
स्ट्रॉबेर्री के पौधे सितम्बर में लगाए जाते है, पौधे लगाने के 50 से 60 दिन बाद इसके फल लगने शुरू हो जाते है तथा ये फल मार्च माह तक आते रहते है।
स्ट्रॉबेर्री के पौधे की उचाई लगभग 8 से 10 इंच तक होती है। एक एकड़ के खेत में 25 से 30 हजार तक पौधे लगाए जा सकते है। एक पौधे से आधा से एक किलो तक स्ट्राबेरी प्राप्त की जा सकती है तथा स्ट्राबेरी को 125 से 150 रूपए प्रति किलो तक बड़ी आसानी से बेचा जा सकता है। इस प्रकार एक एकड़ के खेती से 15 से 20 लाख रूपए की बिक्री बड़ी आसानी से की जा सकती है।
स्ट्राबेरी के पौधे अलग अलग किस्मों के हिसाब से 1 रूपए से 10 रूपए तक मिलते है, जिनकी उत्पादन क्षमता और फलो का साइज अलग अलग होती है।
स्ट्राबेरी की खेती से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी इंटरनेट और क्षेत्र के कृषि विज्ञानं केंद्र से प्राप्त की जा सकती है।