निफ़्टी कैसे खरीदें और बेचें सम्पूर्ण जानकारी How to Buy and Sell Nifty in Hindi
निफ़्टी में ट्रेड करने से पहले यह जानना बहुत जरुरी है की निफ़्टी क्या होता है और कॉल CE और पुट PE कॉन्ट्रैक्ट क्या होते है।
निफ़्टी क्या है (What is Nifty)
कॉन्ट्रैक्ट्स (Contracts)
निफ़्टी में ऑप्शन ट्रेडिंग (Option Trading ) के अंतर्गत कॉल CE और पुट PE दो प्रकार के कॉन्ट्रैक्ट ख़रीदे और बेचे जाते है।
निफ़्टी के वर्तमान स्तर से ऊपर के जितने भी कॉन्ट्रैक्ट होते है उन्हें कॉल CE कॉन्ट्रैक्ट कहते है इसी प्रकार निफ़्टी के वर्तमान स्तर से निचे के जितने भी कॉन्ट्रैक्ट होते है उन्हें पुट PE कॉन्ट्रैक्ट्स कहते हैं।
कॉल CE कॉन्ट्रैक्ट (Call Contracts)
मान लेते है की वर्तमान में निफ़्टी 9000 के स्तर पर है और हमें लगता है की निफ़्टी अगले कुछ दिनों में 9500 का स्तर छू सकता है तो हम आज ही 9500 के स्तर (Strike: निफ़्टी में स्तर या लेवल को Strike कहतें है) का कॉन्ट्रैक्ट (कॉल CE कॉन्ट्रैक्ट) खरीद सकते है जो की आज हमें कम दाम में मिलेगा और जब निफ़्टी 9500 का स्तर (Strike) छू लेगा तो हमारे CE कॉन्ट्रैक्ट का मूल्य बढ़ जायेगा, जिसे बेच कर हम बहुत अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
पुट PE कॉन्ट्रैक्ट (Put Contracts)
इसी प्रकार हम मान लेते हैं की वर्तमान में निफ़्टी 9000 के स्तर (Strike) पर है और हमें लगता है की निफ़्टी अगले कुछ दिनों 8500 के स्तर (Strike) तक गिर सकता है तो हम आज ही 8500 के स्तर (Strike) का कॉन्ट्रैक्ट (पुट PE कॉन्ट्रैक्ट) खरीद सकते है और निफ़्टी के 8500 के स्तर (Strike) पर गिरने पर हम उसे अधिक दाम में बेच कर मुनाफा कमा सकते है।
निफ़्टी में कारोबार के दौरान उतर चढ़ाव के हिसाब से हर स्तर के कॉन्ट्रैक्ट के मूल्य लगातार बदलते रहते है जिन्हे NSE की वेबसाइट पर ऑप्शन चैन (Nifty Option Chain) में देखा जा सकता है
लॉट (LOT )
इस प्रकार मान लेते है की यदि निफ़्टी के एक कॉन्ट्रैक्ट का मूल्य 6.75 रूपए है तो हमें एक लॉट खरीदने के लिए 75 x 6.75 = 506.25 रूपए का मूल्य चुकाना पड़ेगा।
75 से अधिक कॉन्ट्रैक्ट खरीदने और बेचने के लिए हमें उसी हिसाब से अधिक लॉट खरीदने पड़ते है, जैसे 2 लॉट में 150 कॉन्ट्रैक्ट और 3 लॉट में 225 कॉन्ट्रैक्ट्स, और इसी तरह हर लॉट के साथ 75 के गुणांक में कॉन्ट्रैक्ट्स की संख्या बढ़ती जाती है।
एक्सपायरी (Expiry)
सामान्यतः निफ़्टी के कॉन्ट्रैक्ट्स की अवधि 1 हफ्ते की होती है यदि हमें एक हफ्ते से अधिक समय सिमा वाले कॉन्ट्रैक्ट खरीदने है, तो हम उसी हिसाब से 2 हफ्ते बाद एक्सपायर होने वाले या 3 से 4 हफ्ते बाद एक्सपायर होने वाले कॉन्ट्रैक्ट्स खरीद सकते है। जैसे :-
मान लेते है की 1 जून को निफ़्टी 9000 के स्तर (Strike) पर है और हमें 9300 के स्तर (Strike) का कॉल CE कॉन्ट्रैक्ट खरीदना है, तो हमारे पास 9300 के स्तर (Strike) के लिए कुछ कॉन्ट्रैक्ट उपलब्ध रहेंगे जो अलग अलग तारीखों पर एक्सपायर होंगे जिनमें से हम अपनी पसंद के हिसाब से कॉन्ट्रैक्ट खरीद सकते हैं जैसे :-
NIFTY NSE 01 JUNE 20 9300 CE |
NIFTY NSE 07 JUNE 20 9300 CE |
NIFTY NSE 14 JUNE 20 9300 CE |
NIFTY NSE 28 JUNE 20 9300 CE |
NIFTY NSE 05 JULY 20 9300 CE |
ट्रेडिंग कॉस्ट (Trading Cost)
सभी स्टॉक ब्रॉकर ऑप्शन ट्रेडिंग में अलग अलग ब्रोक्रेज चार्जेज लेते है कुछ 20 रूपए प्रति ट्रेड लेते है तो कुछ इससे जायदा या कम भी लेते है यह ब्रोक्रेज चार्ज हमें निफ़्टी के मूल्य के अलावा चुकाने होते हैं और इन ब्रोक्रेज चार्ज पर टैक्स भी लगते है वे भी हमें चुकाने होते है इसे हम एक उदाहरण द्वारा समझ सकते है :-
मान लेते है की हमें निफ़्टी का कॉन्ट्रैक्ट खरीदना है जिसका मूल्य 10 रूपए है और ब्रोक्रेज 20 रूपए है तो हमें कुल मूल्य इस प्रकार चुकाना पड़ेगा :-
निफ़्टी मूल्य | 10 x 75 = 750.00 |
ब्रोक्रेज | 20.00 |
ब्रोक्रेज पर GST 18 % | 3.60 |
चार्जेस पर GST 18 % | . 64 |
अन्य टैक्स | मान लेते है लगभग 2.50 |
कुल योग | 776. 74 |
इसी तरह जब भी हम निफ़्टी का कोई लॉट बेचेंगे तो हमें इसी प्रकार ब्रोक्रेज चार्ज और अन्य टैक्स चुकाने होते है।
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